Wednesday, April 29, 2009

Kahin Door Jab Din Dhal Jaaye (कहीं दूर जब दिन ढल जाए)

Movie: Anand
Singer: Mukesh
Lyrics: Salil Chowdhury
Actor: Rajesh Khanna


कहीं दूर जब दिन ढल जाए,
साँझ की दुल्हन बदन चुराए,
चुपके से आए,
कहीं दूर जब दिन ढल जाए,
साँझ की दुल्हन बदन चुराए,
चुपके से आए,
मेरे ख्यालों के आँगन में,
कोई सपनों के दीप जलाए,
दीप जलाए,
कहीं दूर जब दिन ढल जाए,
साँझ की दुल्हन बदन चुराए,
चुपके से आए...

कभी यूँ ही जब हुयीं बोझिल साँसें,
भर आयीं बैठे बैठे जब यूँ ही आँखें,
कभी यूँ ही जब हुयीं बोझिल साँसें,
भर आयीं बैठे बैठे जब यूँ ही आँखें,
कभी मचल के, प्यार से चल के,
छुए कोई मुझे, पर नज़र ना आए,
नज़र ना आए,
कहीं दूर जब दिन ढल जाए,
साँझ की दुल्हन बदन चुराए,
चुपके से आए...

कहीं तो ये दिल कभी मिल नहीं पाते,
कहीं पे निकल आए जन्मों के नाते,
कहीं तो ये दिल कभी मिल नहीं पाते,
कहीं पे निकल आए जन्मों के नाते,
है मीठी उलझन, वैरी अपना मन,
अपना ही हो के, सहे दर्द पराए,
दर्द पराए,
कहीं दूर जब दिन ढल जाए,
साँझ की दुल्हन बदन चुराए,
चुपके से आए...

दिल जाने मेरे सारे भेद ये गहरे,
हो गए कैसे मेरे सपने सुनहरे,
दिल जाने मेरे सारे भेद ये गहरे,
हो गए कैसे मेरे सपने सुनहरे,
ये मेरे सपने, यहीं तो हैं अपने,
मुझसे जुदा ना होंगे, इनके ये साए,
इनके ये साए,
कहीं दूर जब दिन ढल जाए,
साँझ की दुल्हन बदन चुराए,
चुपके से आए,
मेरे ख्यालों के आँगन में,
कोई सपनों के दीप जलाए,
दीप जलाए,
कहीं दूर जब दिन ढल जाए,
साँझ की दुल्हन बदन चुराए,
चुपके से आए...

1 comment:

Sameer said...

thank you for making me listen to this wonderful song again!